1. वंशानुक्रम क्या है?
उत्तर:
वंशानुक्रम वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा माता-पिता के गुण (जैसे रंग, कद, बालों की बनावट) संतान में आते हैं। यह गुण जीन्स (Genes) के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाते हैं।
2. वातावरण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वातावरण का अर्थ है वह चारों ओर का परिवेश जिसमें कोई व्यक्ति या जीव रहता है, जैसे – हवा, पानी, भोजन, समाज, परिवार आदि। यह व्यक्ति के व्यवहार, सोच और विकास को प्रभावित करता है।
3. व्यक्तित्व के विकास में वंशानुक्रम का क्या योगदान होता है?
उत्तर:
वंशानुक्रम से व्यक्ति को शारीरिक बनावट, बुद्धि, त्वचा का रंग, रोग प्रतिरोधक क्षमता जैसे गुण मिलते हैं। यह जन्म से ही व्यक्ति में होते हैं और व्यक्तित्व के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं।
4. वातावरण का विकास पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
वातावरण जैसे कि घर का माहौल, शिक्षा, समाज, संस्कृति, मित्र आदि व्यक्ति के मानसिक, सामाजिक और नैतिक विकास को प्रभावित करते हैं।
5. वंशानुक्रम और वातावरण में क्या अंतर है?
वंशानुक्रम | वातावरण |
---|---|
जन्म से मिलता है | जीवन के साथ बदलता है |
माता-पिता से प्राप्त होता है | समाज, परिवार, विद्यालय से प्राप्त होता है |
शारीरिक और जैविक गुण प्रभावित करता है | मानसिक, सामाजिक, नैतिक विकास करता है |
6. जीन्स (Genes) क्या हैं?
उत्तर:
जीन्स शरीर की कोशिकाओं में पाए जाने वाले छोटे कण होते हैं, जो हमारे गुणों को निर्धारित करते हैं। ये वंशानुक्रम के वाहक होते हैं।
7. किसी बच्चे की ऊँचाई वंशानुक्रम से प्रभावित होती है या वातावरण से?
उत्तर:
मुख्यतः ऊँचाई वंशानुक्रम से प्रभावित होती है, लेकिन उचित आहार और स्वास्थ्य सुविधाएँ वातावरण से मिलती हैं, जो उसे बढ़ने में मदद करती हैं।
8. व्यक्ति के विकास पर वंशानुक्रम और वातावरण दोनों कैसे कार्य करते हैं?
उत्तर:
वंशानुक्रम शरीर की संरचना, बुद्धि और रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है, जबकि वातावरण शिक्षा, संस्कार, व्यवहार आदि पर असर डालता है। दोनों मिलकर व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं।
9. वंशानुक्रम से कौन-कौन से रोग हो सकते हैं?
उत्तर:
हीमोफीलिया, थैलेसीमिया, मधुमेह (डायबिटीज), उच्च रक्तचाप जैसे रोग वंशानुक्रम से हो सकते हैं।
10. व्यक्तित्व निर्माण में कौन अधिक महत्वपूर्ण है – वंशानुक्रम या वातावरण?
उत्तर:
दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन वातावरण अधिक प्रभावी होता है क्योंकि यह व्यक्ति के व्यवहार और सोच को दिशा देता है।